Indicators on shiv chalisa in hindi lyrics You Should Know
Indicators on shiv chalisa in hindi lyrics You Should Know
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तुरत षडानन आप पठायउ । लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥
जन्म जन्म के पाप नसावे । अन्तवास शिवपुर में पावे ॥
अर्थ- हे अनंत एवं नष्ट न होने वाले अविनाशी भगवान भोलेनाथ, सब पर कृपा करने वाले, सबके घट में वास करने वाले शिव शंभू, आपकी जय हो। हे प्रभु काम, क्रोध, मोह, लोभ, अंहकार जैसे तमाम दुष्ट मुझे सताते रहते हैं। इन्होंनें मुझे भ्रम में डाल दिया है, जिससे मुझे शांति नहीं मिल पाती।
जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव…॥
महाबीर बिक्रम बजरंगी। कुमति निवार सुमति के संगी।।
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
स्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
सहस बदन तुम्हरो जस गावैं। अस कहि श्रीपति कण्ठ लगावैं।।
आज के युग में शिव चालीसा पाठ व्यक्ति के जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। शिव चालीसा लिरिक्स की सरल भाषा के मध्यम भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है।
अर्थ: हे शिव शंकर आप तो संकटों का नाश करने वाले हो, भक्तों का कल्याण व बाधाओं को दूर करने वाले हो योगी यति ऋषि मुनि सभी आपका ध्यान लगाते हैं। शारद नारद सभी आपको शीश नवाते हैं।
सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय read more शिव…॥
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन क्षार लगाए॥